रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारत की सबसे बड़ी और प्रभावशाली कंपनियों में से एक है। मुकेश अंबानी के नेतृत्व में कंपनी ने तेल, गैस, पेट्रोकेमिकल्स से आगे बढ़कर जियो और रिटेल जैसे क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, जिससे कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया गया है। जियो ने भारत में डिजिटल क्रांति लाई है, जबकि रिलायंस रिटेल ने खुदरा बाजार में तेजी से अपनी पकड़ मजबूत की है। अब सवाल यह है कि रिलायंस का अगला कदम किस दिशा में होगा? आइए जानते हैं उनके आगामी विस्तार के संभावित क्षेत्रों के बारे में।
ग्रीन एनर्जी (हरित ऊर्जा)
रिलायंस इंडस्ट्रीज के विस्तार का प्रमुख क्षेत्र ग्रीन एनर्जी हो सकता है। मुकेश अंबानी ने हाल ही में अपनी योजना का खुलासा किया था जिसमें उन्होंने कहा कि रिलायंस अगले दशक में हरित ऊर्जा में $10 बिलियन का निवेश करेगी। इसके तहत रिलायंस ग्रीन हाइड्रोजन, सोलर पावर, और बैटरी स्टोरेज में निवेश करेगी। यह न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि कंपनी के मुनाफे को भी लंबे समय में बढ़ाएगा।
ई-कॉमर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स
रिलायंस जियो और रिटेल के माध्यम से पहले ही ई-कॉमर्स में अपनी जगह बना चुका है, लेकिन आने वाले समय में कंपनी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और ई-कॉमर्स को और भी विकसित करने की योजना बना सकती है। जियोमार्ट के जरिए कंपनी पहले ही ऑनलाइन ग्रॉसरी और आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवा रही है। इस क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए, रिलायंस फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन में भी विस्तार कर सकती है।
फार्मा और हेल्थकेयर
कोविड-19 महामारी के बाद से भारत में हेल्थकेयर सेक्टर में भारी बदलाव आया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज इस अवसर का लाभ उठाते हुए हेल्थकेयर और फार्मा सेक्टर में भी प्रवेश कर सकती है। यह क्षेत्र न केवल मुनाफा बढ़ा सकता है, बल्कि इसके माध्यम से रिलायंस समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभा सकती है। टेलीमेडिसिन, डिजिटल हेल्थकेयर, और फार्मास्युटिकल्स में संभावनाएं मौजूद हैं, जिन्हें रिलायंस देख रही है।
क्लीन एनर्जी और सस्टेनेबल डेवलपमेंट
कंपनी अब सस्टेनेबल डेवलपमेंट को ध्यान में रखते हुए अपने कदम बढ़ा रही है। सस्टेनेबल एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहन (EV) इन्फ्रास्ट्रक्चर, और सोलर टेक्नोलॉजी में निवेश करके रिलायंस भविष्य में स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र का भी एक बड़ा हिस्सा बन सकती है।