अभिषेक बच्चन, बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन के बेटे हैं, जो खुद एक सफल अभिनेता के रूप में स्थापित हैं। लेकिन उनकी पहचान केवल “अमिताभ के बेटे” तक सीमित नहीं है। अपनी खुद की पहचान बनाने के लिए अभिषेक ने कड़ी मेहनत की है। आइए जानते हैं अभिषेक बच्चन के जीवन के कुछ ऐसे रोचक तथ्य जो शायद बहुत कम लोगों को पता हों।
1. करियर की शुरुआत एक फ्लॉप से नहीं, दो फ्लॉप्स से
अभिषेक बच्चन का बॉलीवुड में पदार्पण वर्ष 2000 में फिल्म “रिफ्यूजी” से हुआ। इस फिल्म में उनके साथ करीना कपूर थीं, लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई। इसके बाद उनकी कुछ और फिल्में भी असफल रहीं। हालाँकि, उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार कोशिश करते रहे। उनकी मेहनत और संघर्ष का नतीजा उन्हें आखिरकार “धूम” फिल्म से मिला, जिसने उन्हें एक स्टार के रूप में स्थापित किया।
2. अभिषेक और क्रिकेट का रिश्ता
बॉलीवुड में कई अभिनेताओं का क्रिकेट से जुड़ाव रहा है, लेकिन अभिषेक बच्चन का क्रिकेट से गहरा रिश्ता है। वे न केवल एक क्रिकेट प्रेमी हैं, बल्कि 2014 में उन्होंने प्रो कबड्डी लीग में “जयपुर पिंक पैंथर्स” नाम की टीम भी खरीदी थी। इसके अलावा, वे इंडियन सुपर लीग में चेन्नई FC के सह-मालिक भी हैं। अभिषेक का खेलों में निवेश उनके देश के प्रति प्रेम और खेलों के प्रति उनकी गहरी रुचि को दर्शाता है।
3. डायलॉग डिलीवरी में समस्या और मेहनत
अभिषेक बच्चन की शुरुआत में डायलॉग डिलीवरी और उच्चारण में कठिनाई का सामना करना पड़ा। उनके शुरुआती करियर में उन्हें बोलने में समस्या आती थी, जो उनके प्रदर्शन पर भी प्रभाव डालती थी। लेकिन उन्होंने इसे एक चुनौती की तरह लिया और कड़ी मेहनत से इसे सुधारा। उनका यह संघर्ष बताता है कि कैसे उन्होंने अपनी कमजोरियों पर काम किया और एक सफल अभिनेता बने।
4. अभिषेक बच्चन का संगीत प्रेम
बहुत कम लोग जानते हैं कि अभिषेक को संगीत से बहुत लगाव है। उन्होंने अपनी फिल्मों में रैपिंग और गायन का भी प्रदर्शन किया है। फिल्म “ब्लफमास्टर” में उन्होंने अपने रैपिंग स्किल्स का प्रदर्शन किया था, जो उस समय काफी लोकप्रिय हुआ। इसके बाद से अभिषेक ने संगीत के प्रति अपने प्यार को कभी कम नहीं होने दिया और अक्सर उन्हें संगीत से जुड़े कार्यक्रमों में देखा जाता है।
5. आलोचनाओं का सामना और आत्म-विश्लेषण
अभिषेक बच्चन को अपने करियर में बहुत आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है, खासकर जब उनकी तुलना उनके पिता अमिताभ बच्चन से की जाती है। लेकिन अभिषेक ने कभी भी इन आलोचनाओं को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने खुद पर विश्वास बनाए रखा और लगातार काम करते रहे। उन्होंने खुद कहा है कि वे आलोचनाओं को सकारात्मक दृष्टिकोण से लेते हैं और इससे सीखते हैं। उनका आत्म-विश्लेषण का यह तरीका उन्हें और अधिक निखारने में सहायक बना।